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लॉकडाउन-3 के बाद जानें कब चलेगी आम यात्रियों के लिए ट्रेन

गाजीपुर न्यूज़ टीम, एजेंसी,नई दिल्ली. देश में 25 मार्च से जारी लॉकडाउन अब 17 मई तक बढ़ा दिया गया है। मोदी सरकार ने शुक्रवार को रियायतों के साथ अगले दो हफ्तों के लिए लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने की घोषणा की। 17 मई तक लॉकडाउन-3 लागू रहेगा। लोगों का आवागमन शुरू हो इसके लिए  जोन के हिसाब से टैक्सी और एक ड्राइवर के साथ एक पैसेंजर को कैब की अनुमति है वहीं जिले के अंदर आवाजाही के लिए चार पहिया वाहन में केवल दो यात्री के सफर करने की शर्त है। जबकि ग्रीन जोन में बसों के संचालन में छूट दी गई है, लेकिन एक बस में 50% यात्री को ही बैठने की अनुमति है।  इसमें सबसे बड़ा सवाल है कि ट्रेनें कब चलेंगी?

शुक्रवार को ट्रेन चली। यात्री भी सवार हुए पर वे प्रवासी मजदूर थे। देशव्यापी लॉकडाउन के कारण देशभर में जहां-तहां फंसे प्रवासी मजदूरों को लेकर ट्रेन से उनके गृह राज्यों तक पहुंचाएगी। उनका किराया रेलवे राज्य सरकारों से वसूलेगा। रेल मंत्रालय  ने कहा है कि 17 मई तक सभी यात्री ट्रेन सेवाएं रद्द हैं। हालांकि विशेष ट्रेनों द्वारा विभिन्न स्थानों पर फंसे प्रवासी श्रमिकों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, छात्रों और अन्य व्यक्तियों को उनके राज्यों में भेजा जाएगा। वहीं फ्रेट एंड पार्सल ट्रेन का परिचालन जारी रहेगा।

अगले आदेश तक कोई रिजर्वेशन नहीं
रेल मंत्रालय ने कहा कि प्रीमियम ट्रेनों, मेल / एक्सप्रेस ट्रेनों, पैसेंजर ट्रेनों, उपनगरीय ट्रेनों, कोलकाता मेट्रो रेल, कोंकण रेलवे आदि सहित सभी यात्री ट्रेन सेवाएं 17 मई तक निलंबित रहेंगी। वहीं अगले आदेश तक सभी टिकट बुकिंग निलंबित रहेंगी। रेलवे ने कहा कि  ई-टिकट सहित ट्रेनों के टिकटों का कोई अग्रिम आरक्षण अगले आदेश तक नहीं किया जा सकता है। ऑनलाइन ट्रेन टिकट रद्द करने की सुविधा बनी हुई है।

रेलवे ने अन्य पांच ट्रेन के कार्यक्रम भी तय किए। ये ट्रेन नासिक से लखनऊ, अलुवा से भुवनेश्वर, नासिक से भोपाल, जयपुर से पटन और कोटा से हटिया तक का सफर तय करेंगी। हर ट्रेन में एक हजार से 12 सौ के बीच लोग सवार होंगे। गौरतलब है कि राजस्थान, झारखंड, बिहार, केरल, महाराष्ट्र, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, पंजाब और तेलंगाना ने मजदूरो के लिए विशेष ट्रेन चलाने का आह्वान किया था।

टिकट खरीदकर यात्रा नहीं
रेलवे ने साफ किया है कि स्टेशन पर किसी भी व्यक्ति को टिकट नहीं बेचा जाएगा। इसिलए टिकट खरीदकर यात्रा करने की मंशा से लोगों को स्टेशन पर नहीं जाना चाहिए। केवल उन्हीं लोगों को यात्रा करने की अनुमति दी जाएगी जिन्हें राज्य सरकार के अधिकारी लेकर आएंगे। राज्य सरकारें ही तय करेंगी कि ट्रेन में किन-किन लोगों को सफर करना है।

जिस ट्रेन से प्रवासी मजदूरों को भेजा जाएगा उसे श्रमिक स्पेशल नाम दिया गया है। इसमें सफर करने के किराए में स्लीपर क्लास के टिकट मूल्य, 30 रुपये का सुपरफास्ट शुल्क और 20 रुपये भोजन-पानी के शामिल होंगे। रेलवे ने स्पष्ट किया है कि यात्रियों को अपने पास से कुछ भी खरीदने की जरूरत नहीं, उनके खर्च का वहन राज्य सरकारें करेंगी। महीनेभर तक सेवाएं निलंबित रहने के बाद रेलवे ने पहली यात्री ट्रेन इन मजदूरों के लिए शुक्रवार को हैदराबाद से झारखंड के लिए सुबह साढ़े चार बजे रवाना की जिसमें कुल 12,00 लोग सवार थे।
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