मऊ के डाक्टरों ने मना किया, वाराणसी पुलिस ने कराया एचआईवी पॉजिटिव का प्रसव
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. एचआईवी संक्रमित गर्भवती की डिलेवरी कराने से मऊ के डाक्टरों के इनकार के बाद वाराणसी पुलिस ने महिला को अस्पताल तक पहुंचाकर उसकी और उसके गर्भ में पल रहे शिशु दोनों की जान बचाई। मऊ के एक गांव की गर्भवती को उसके घरवाले भर्ती कराने के लिए चार दिनों से भटक रहे थे। जिस भी अस्पताल में जाते, महिला की रिपोर्ट में एचआईवी पॉजिटिव लिखा देख भर्ती करने से मना कर दिया जाता।
मऊ के सरकारी अस्पताल से लेकर करीब एक दर्जन निजी अस्पतालों और नर्सिंग होम से भी महिला को लौटा दिया गया। आनन फानन में परिजन सोमवार की रात उसे लेकर वाराणसी आए। यहां महमूरगंज और सिगरा क्षेत्र के कुछ नर्सिंग होम के बाद कबीरचौरा अस्पताल का दरवाजा भी खटखटाया। प्रसव पीड़ा से कराहती महिला को उसके परिजन कबीरचौरा इमरेजेंसी के दरवाजे पर लेकर बैठे रहे। इसी बीच कबीरचौरा चौकी प्रभारी प्रीतम तिवारी, कांस्टेबल दिनेश यादव के साथ गश्त करते हुए पहुंचे। मामले की जानकारी होते ही उन्होंने अस्पताल के उच्चाधिकारियों से संपर्क किया। उनके हस्तक्षेप से अस्पताल में भर्ती होने के करीब 25 मिनट बाद महिला ने पुत्री को जन्म दिया। आरंभिक मेडिकल जांचों में बच्ची पूर्ण रूप से स्वस्थ पाई गई है। महिला को भर्ती कराने वाले पुलिसकर्मी मंगलवार की दोपहर भी जच्चा-बच्चा का हाल जानने अस्पताल पहुंचे।