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गाजीपुर के एसपी कौन हैं? जानिए गाजीपुर के नए SP रोहन प्रमोद बोत्रे के बारे में

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले में तैनात आईपीएस रामबदन सिंह का तबादला कमिश्नरेट गौतमबुद्ध नगर के लिए कर दिया गया। गाजीपुर जिले में नए एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे (Ghazipur New SP Rohan Pramod Botre) को तैनाती दी गई है। 2016 बैच के आईपीएस (IPS) हैं रोहन प्रमोद बोत्रे। इनको कासगंज से स्थानांतरित किया गया है।

गाजीपुर के नए SP बनाए गए रोहन प्रमोद बोत्रे, अमेरिका से किया है सिविल इंजीनियरिंग में पोस्ट ग्रेजुएट

गाजीपुर के नए एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे (Ghazipur New SP Rohan Pramod Botre)
गाजीपुर के नए एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे (Ghazipur New SP Rohan Pramod Botre)

इस दौरान उन्होंने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि मेरी पहली प्राथमिकता महिला उत्पीड़न के खिलाफ होगी। गैंगस्टर के खिलाफ अभियान चलाकर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गाजीपुर जिले में पुलिस की स्वच्छ छवि प्रस्तुत करना भी मेरी प्राथमिकता में शामिल है। रोहन प्रमोद बोत्रे के कार्यभार ग्रहण के दौरान गाजीपुर के एसपी सिटी और एसपी ग्रामीण भी मौजूद रहे। कार्यभार ग्रहण करने के उपरांत नवागत पुलिस अधीक्षक ने जनपद के पुलिस अफसरों और थानेदारों के साथ मीटिंग की। कानून व्यवस्था बरकरार रखने और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का निर्देश मातहतों को दिया।

अमेरिका से लौटकर की सिविल सेवा की तैयारी

पुलिस रिकार्ड के अनुसार आईपीएस रोहन प्रमोद बोत्रे 2016 बैच के आईपीएस ऑफिसर हैं और महाराष्ट्र राज्य के रहने वाले है। रोहन के माता-पिता प्रोफेसर हैं। रोहन प्रमोद बोत्रे ने पुणे यूनिवर्सिटी (Pune University) से बैचलर इन इंजीनियरिंग (BE) की पढ़ाई की है। इसके बाद वो अमेरिका चल गए और वहां पर्ड्यू यूनिवर्सिटी से मास्टर्स ऑफ साइंस (MS) सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। अमेरिका में सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद रोहन प्रमोद बोत्रे अमेरिका से वापस स्वदेश भारत लौटे और सिविल सेवा की तैयारी शुरू की।

चार कोशिश के बाद मिला 187वां रैंक मिला

अपने चौथे प्रयास में रोहन की सिविल सेवा में 187वां रैंक मिला और उन्होंने खाकी वर्दी चुनी। पुलिस विभाग में भर्ती होने के बाद 2017 में इन्होंने अलीगढ़ में ज्वाइन करते हुए ट्रेनिंग हासिल की। इसके बाद गोरखपुर में एएसपी पद पर तैनात रहे। इसके बाद आगरा के एसपी सिटी के पद पर 21 महीने कार्यरत रहे। पहली बार बतौर पुलिस अधीक्षक कासगंज में इन्हें तैनाती मिली जिसका कार्यकाल 1 साल का रहा। गाजीपुर में इनको पुलिस अधीक्षक के रूप में दूसरी तैनाती दी गई है।

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