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सपा विधायक रमाकांत यादव ने पेशी में बोला- मैं बीमार हूं...डॉक्टर ने मेरे दांत निकाल दिए

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, आजमगढ़. आजमगढ़ में शुक्रवार को सपा विधायक रमाकांत यादव की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेशी हुई। जहरीली शराब कांड और विधानसभा चुनाव में मतगणना कर्मी से छिनैती के मामले में सपा विधायक फतेहगढ़ जेल में बंद हैं। रमाकांत यादव ने कोर्ट से गुहार लगाई। कहा,"मैं बीमार हूं...ऐसे समय में ड्राई फ्रूट की सख्त जरूरत है जो मुझे नहीं दिया जा रहा है। साथ ही मिनरल वाटर भी दिया जाए।"

जांच के वक्त मेरे दांत निकाल दिए

सिविल जज सीनियर डिविजन अशोक कुमार सिंह की कोर्ट में पेशी हुई। रमाकांत यादव ने जज से शिकायत करते हुए कहा,"अस्पताल में दांत के डॉक्टर थे उन्होंने जांच के दौरान मेरे दांत निकाल दिए। लेकिन, जब नया दांत लगाने की बारी आई तो डॉक्टर की एंट्री बंद हो गई। जेल का भोजन भी स्वास्थ्य के अनुकूल नहीं है। पहले उनकी बात परिवार के लोगों से करा दी जाती थी। लेकिन, अब वह भी नहीं कराया जा रहा है। जो कि नियम के अनुसार नहीं है। अन्य बंदियों की बात करा दी जाती है। अभी तक मुझे अन्य कैदियों की तरह सामान्य पानी दिया जा रहा है। जिसके कारण किडनी पर असर पड़ रहा है।" इस मांग पर सीनियर सिविल जज ने विचार करते हुए जेल प्रशासन से पूरे मामले में आख्या मांगी है।

अपने खर्च पर मुझे सुविधा मिले

रमाकांत यादव ने गुहार लगाई कि अपने खर्च पर ही यहां पर स्वास्थ्य को देखते हुए सुविधा उनको मिलनी चाहिए। इसके पहले भी उन्होंने जेल प्रशासन से सुविधा के लिए कोर्ट में अर्जी दी थी। जिसके बाद उनकी जारी सुविधाएं को भी रोक दिया गया। जबकि जेल प्रशासन की तरफ से हमेशा कोर्ट को दूसरा जवाब दिया जाता है।

गाड़ियों पर स्टीकर ही परमिट और कागज होते थे

पूर्वांचल के बाहुबलियों में गिने जाने वाले रमाकांत यादव का जिले के 80 प्रतिशत ठेकों और पट्टे पर कब्जा रहता था। सरकार चाहे किसी की भी हो, इन ठेकों पर हाथ डालने की हिम्मत किसी की नहीं होती थी। सूत्र बताते हैं कि रमाकांत यादव के जलजले का आलम यह था कि आजमगढ़ से सोनभद्र तक उनके 200 से अधिक ट्रक चलते थे। इन गाड़ियों पर लगे RKY (रमाकांत यादव) के स्टीकर ही इनकी परमिट और कागज थे। इन गाड़ियों को पुलिस से लेकर परिवहन विभाग के अधिकारी तक टच नहीं करते थे। RKY लिखे ट्रक पूरे प्रदेश में फर्राटा भरते थे। उन्हें रोकने की कुव्वत किसी में नहीं थी।

चार क्षत्रियों की जिंदा गाड़कर हत्या का आरोप

सपा के बाहुबली विधायक रमाकांत यादव और उनके भाई जिन्हें सिपाही मर्डर केस में आजीवन कारावास की सजा सुनाई जा चुकी है। सरांवा के चकगंजरी तिघरा गांव के चार क्षत्रियों को जिंदा जमीन में दफन करने का आरोप है। मामले में जिले के दीदारगंज थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया गया था।

दीदारगंज थाना क्षेत्र के लोगों का कहना है कि चारों भाइयों को बुलाकर उन्हीं से गढ्‌ढे खुदवाए गए। जिसके बाद उन्हें गोली मारी गई थी। घटना के बाद पुलिस प्रशासन ने शव बरामद कर रमाकांत यादव के भाई लल्लन यादव को गिरफ्तार कर अंबारी चौक पर घुमाया भी था। मगर, लचर पैरवी और गवाहों के मुकरने का फायदा दोनों भाइयों को मिला। यह चर्चित घटना तिघरा कांड के नाम से जानी जाती है।

रमाकांत यादव का राजनीतिक सफर

1985 से राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने वाले रमाकांत यादव सपा, बसपा, भाजपा और कांग्रेस सहित सभी दलों में रह चुके हैं।

1985 में कांग्रेस के टिकट पर पहली बार विधानसभा का चुनाव जीते।

1989 में बसपा से चुनाव लड़े और चुनाव जीते।

1991 में समाजवादी जनता पार्टी से तीसरी बार विधानसभा का चुनाव जीते।

1993 में सपा के टिकट पर चौथी बार विधानसभा पहुंचे।

1996 में पहली बार सपा के टिकट पर लोकसभा का चुनाव जीते।

1999 में एक बार फिर सपा के सिंबल पर लोकसभा पहुंचने में कामयाब रहे।

2004 के लोकसभा चुनाव में भी बसपा के टिकट पर लोकसभा पहुंचने में कामयाब रहे।

2009 में भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव जीते।

2014 का लोकसभा मुलायम सिंह यादव से हार गए।

2019 में भाजपा से टिकट न मिलने पर कांग्रेस के टिकट पर भदोही से लोकसभा से चुनाव लड़ने चले गए।

2022 के विधानसभा चुनाव में पांचवी बार विधानसभा पहुंचने में कामयाब रहे।

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