बलिया में पत्नी का 19 साल के युवक से था अफेयर पति के 6 टुकड़े किए, सिर घाघरा में बहाया, धड़ कुएं में फेंका
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, बलिया. बलिया में एक महिला ने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति को 6 टुकड़ों में काट दिया। इसके बाद हाथ-पैर घटनास्थल से करीब 38 किलोमीटर दूर खरीद गांव के एक बगीचे में फेंक दिए थे। धड़ खरीद गांव से 500 मीटर दूर एक कुएं में डाल दिया था। इसके बाद सिर घाघरा नदी में बहा दिया था। 9 मई की रात हत्या करने के बाद पत्नी ने 10 मई को पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज करवा दी।
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पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। काले कुर्ते और सफेद दुपट्टे में आरोपी पत्नी माया है। |
सोमवार देर रात पुलिस ने आरोपी प्रेमी का एनकाउंटर कर गिरफ्तार कर लिया। उसके पैर में गोली लगी है। वहीं आरोपी पत्नी को पुलिस ने उसके घर से गिरफ्तार किया। इस वारदात में साथ देने वाले 2 अन्य आरोपियों को भी पुलिस ने चेकिंग के दौरान गिरफ्तार कर लिया। ये दोनों आरोपी बिहार भाग रहे थे। मामला बलिया के बहादुरपुर मोहल्ले का है। बहादुरपुर मोहल्ले में रहने वाले देवेंद्र राम (62) बॉर्डर रोड्स ऑर्गेनाइजेशन (BRO) से रिटायर हुए थे। 28 साल पहले उनकी शादी माया देवी (44) से हुई थी। दोनों की 3 बेटियां और 1 बेटा है। बड़ी बेटी जयपुर में रहकर प्राइवेट नौकरी करती है। मंझली बेटी नोएडा में रहकर नौकरी करती है। छोटी बेटी कोटा में NEET की तैयारी कर रही है। बेटा भी पढ़ाई कर रहा है।
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आरोपी अनिल यादव को पुलिस ने पैर में गोली मारकर गिरफ्तार किया। |
4 साल पहले शुरू हुआ था अफेयर देवेंद्र नौकरी के सिलसिले में अक्सर बाहर रहते थे। देवेंद्र का एक घर खेजूरी थाना क्षेत्र के हरिपुर गांव में भी है। रिटायर होने के बाद भी देवेंद्र ज्यादातर गांव वाले घर में रहते थे। लेकिन, माया शहर वाले घर में अकेले ही रहती थी। इसी बीच, करीब 4 साल पहले माया की अनिल यादव (23) पुत्र सरल यादव से मुलाकात हुई। जल्द ही दोनों के बीच अफेयर शुरू हो गया। अनिल अक्सर देवेंद्र के नहीं होने पर माया के घर पर ही रहता था। अनिल यादव ट्रक ड्राइवर है। वह बलिया के सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के खरीद गांव का रहने वाला है।
धीरे-धीरे यह बात मोहल्लेवालों को पता चल गई। फिर कुछ ही दिनों में देवेंद्र और उनके बच्चों को भी माया के अफेयर के बारे में पता चल गया। अनिल को लेकर घर में अक्सर खूब झगड़ा होता रहता था। देवेंद्र कई बार माया की पिटाई भी कर देते थे। इससे माया काफी परेशान रहती थी। इसी बीच उसने अनिल के साथ मिलकर देवेंद्र की हत्या करने का प्लान बनाया।
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प्रेमी अनिल यादव के साथ माया। दोनों के बीच 4 साल से अफेयर चल रहा था। |
9 मई को देवेंद्र की छोटी बेटी सुप्रिया कोटा से आ रही थी। वह उसको लेने गांव वाले घर से स्टेशन गए थे। जब देवेंद्र काफी देर तक घर नहीं लौटे, तो परिवारवालों ने माया से उनके बारे में पूछा। लेकिन, माया ने किसी भी तरह की जानकारी से इनकार कर दिया। उसने कहा कि देवेंद्र शहर वाले घर नहीं आए हैं। जबकि, देवेंद्र को माया ने ही घर बुलाया था।
देवेंद्र को पहले नशीला पदार्थ पिलाया, फिर काट डाला माया ने पुलिस को बताया- 9 मई को मैंने अनिल को अपने घर बुलाया। वह अपने साथ मिथलेश और सतीश को भी ले आया। हम लोगों ने मिलकर देवेंद्र की हत्या करने का प्लान बनाया। इसके लिए मैंने देवेंद्र को फोन कर शहर वाले घर बुलाया। इस पर देवेंद्र घर आ गया। पहले हम लोगों ने आपस में बातचीत की। फिर देवेंद्र को कोल्डड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया।
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ड्यूटी के दौरान अपने अफसरों के साथ देवेंद्र राम (बीच में)। |
इससे देवेंद्र पूरी तरह बेहोश हो गया। इसके बाद हम चारों लोगों ने मिलकर चाकू से देवेंद्र के टुकड़े कर दिए। फिर इन टुकड़ों को रात में ही ठिकाने लगाने का प्लान बनाया। हम लोग घर से करीब 38 किलोमीटर दूर गए। इसके बाद हाथ-पैर खरीद गांव के एक बगीचे में फेंक दिए। फिर धड़ वहां से 500 मीटर दूर एक कुएं में डाल दिया। इसके बाद सिर घाघरा नदी में बहा दिया।
यह सब कुछ करने के बाद हम चारों लोग घर आ गए। घर में पड़े खून को साफ किया। तभी गांव वाले घर से लोगों के फोन आने लगे और वे लोग देवेंद्र के बारे में पूछने लगे। इस पर मैंने रिश्तेदारों और पुलिस को भटकाने के लिए 10 मई को गुमशुदगी भी दर्ज करा दी।
12 मई को बेटी ने मां के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई देवेंद्र के बच्चे अपनी मां की सच्चाई जानते थे। उन्हें पता था कि अनिल के साथ मिलकर वह कुछ भी कर सकती है। इसीलिए जैसे ही बेटी सुप्रिया को पिता देवेंद्र के गायब होने की सूचना मिली, तो उसने तुरंत जयपुर में अपनी बड़ी बहन अंबली गौतम को इस बारे में बताया। दोनों बहनें बलिया आ गईं। यहां उन्होंने पुलिस को मां और उसके प्रेमी के खिलाफ 12 मई को पुलिस को शिकायती पत्र दिया।
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देवेंद्र और माया की शादी 28 साल पहले हुई थी। |
वहीं, पुलिस को भी बगीचे में कटे हुए हाथ-पैर पड़े होने की सूचना 11 मई को ही मिल गई थी। इसके बाद जब देवेंद्र की बेटी ने केस दर्ज करवाया, तो पुलिस का शक गहरा गया। इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। बेटी की शिकायत पर माया को उठा लिया। पहले तो माया पुलिस को गुमराह करती रही। लेकिन, पुलिस की सख्ती के आगे टूट गई। उसने पुलिस को पूरा सच बता दिया।
इस मामले में एसपी ओमवीर सिंह ने बताया कि अभी मामले की जांच चल रही है। कई सारी चीजें अभी सामने आना बाकी हैं। मृतक के 5 टुकड़ों को बरामद कर लिया गया है। सिर की तलाश की जा रही है। सभी आरोपियों को जेल भेजा गया है। इन सभी को सख्त से सख्त सजा दी जाएगी।