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अखिलेश यादव की सुरक्षा में चूक, युवक ने बैरिकेडिंग फांदी, पुलिसवालों को कोहनी मारी...मंच तक पहुंचा

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, आजमगढ़. आजमगढ़ में सपा प्रमुख अखिलेश यादव की सुरक्षा में चूक हुई है। अखिलेश नए घर के गृह प्रवेश की पूजा के बाद मंच पर बैठे थे, तभी भीड़ से एक युवक अचानक पहुंचा और बैरिकेडिंग फांद गया। पुलिसवालों ने उसे पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह धक्का और कोहनी मारते हुए मंच के पास पहुंच गया।
आजमगढ़ में एक्सप्रेस वे से उतरने के बाद अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं का अभिवादन स्वीकार किया।
मंच के करीब पुलिस जवानों ने उसे घेर लिया तो वह वहीं लेट गया। हाथ जोड़कर नारेबाजी करने लगा। इसके बाद पुलिसवालों ने जैसे-तैसे उसे वहां से हटाया। युवक कौन है। यह पता नहीं चल पाया। पुलिस अभी पूछताछ कर रही है।
मंच के करीब पहुंचे युवक को जब पुलिस ने घेरा तो वह वहीं पर लेट गया।
दरअसल, अखिलेश ने आजमगढ़ में 72 बिस्वा में नया घर बनवाया है। आज अकेले ही पहुंचकर उन्होंने गृह प्रवेश की पूजा की। इस घर में अखिलेश का ऑफिस रूम, 3 पर्सनल कमरे, सेक्रेटरी के लिए ऑफिस और समर्थकों के लिए बड़ा हॉल बनाया गया है। जिला मुख्यालय से 7 किमी दूर अनवरगंज में यह बना है।
युवक के इस हंगामे से थोड़ी देर तक कार्यक्रम में अफरातफरी मच गई। पुलिसकर्मी भी घबरा गए।
अखिलेश के गृह प्रवेश कार्यक्रम में करीब 25 हजार अधिक लोगों की भीड़ है। इसके लिए कैंपस परिसर में जर्मन हैंगर लगाया गया है। मंच से सपा विधायक आलम बदी ने कहा- नेताजी कहते थे कि मेरा एक घर इटावा और दूसरा आजमगढ़ हैं। आज सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उनका सपना पूरा कर दिया। आजमगढ़ में कार्यालय बनाकर बता दिया कि ये नेताजी का दूसरा घर भी आबाद हो गया।

अखिलेश अभी तक लखनऊ से मध्यांचल और सैफई से पश्चिमी यूपी की सीटों की मॉनिटरिंग करते थे। ऐसे में पूर्वांचल अछूता रह जाता था। उसी कमी को पूरा करने के लिए अखिलेश ने आजमगढ़ को चुना है। इसके जरिए अखिलेश पूर्वांचल की 117 सीटों को साधेंगे।

अखिलेश ने कहा- आजमगढ़ और आसपास के जितने जिले हैं, सब समाजवादी आंदोलन से जुड़े हैं। अगर आजमगढ़ में 10 में सभी विधानसभा सीटें जिताई तो गाजीपुर में भी 5 में सभी सीटें जीते। जब लोकसभा चुनाव आया और PDA की आवाज जुड़ गई तो अभी तक की सबसे ज्यादा सीटें हमने जीत ली। हम लोग नंबर-1 पर पहुंच गए। इतिहास वही बताता है जो लोकसभा में रिकॉर्ड बनाता है, वही विधानसभा में भी रिकॉर्ड बनाता है।

भाजपा के लोग संविधान से नहीं चलते, मनु महाराज ने रास्ता दिखाया
अखिलेश ने कहा- गरीब परिवार कथा कराना चाहता है, लेकिन बड़े-बड़े कथावाचकों का बजट आप जानते नहीं होंगे कि कितना होता है। इसीलिए उन्होंने गरीब कथावचक बुलाए। आप जानते होंगे कि उनके साथ कैसा व्यवहार हुआ। ऐसा व्यवहार हम लोग कभी नहीं भूल सकते। इसीलिए समय-समय पर हम आप लोगों को जगाते हैं। ये भाजपा के लोग संविधान से नहीं चलना चाहते। इनका रास्ता कोई और है। इनका रास्ता वो है, जो कभी मनु महाराज आए थे। कुछ गड़बड़ किया था। ये लोग उनके रास्ते पर चलते हैं।

इस नए कार्यालय का नाम  'PDA भवन'  होगा
अखिलेश ने कहा- आने वाले समय में हम समाजवादी लोग सामाजिक न्याय की स्थापना करेंगे। ये PDA वही है जिसे कभी बाबा साहेब ने संविधान के तहत न्याय दिलाया। ये PDA हमारे पीड़ित, दुखी और अपमानित लोगों को एक साथ लाने का नारा है। आजमगढ़ के इस नए पार्टी कार्यालय के नाम के लिए बहुत सुझाव आए। लेकिन, मैं इस कार्यालय का नाम 'PDA भवन' रखता हूं।

भाजपा पर तंज- झूठे आंकड़ा दिखा रही सरकार
जो लोग आज घबराए हैं, उनकी बोली और व्यवहार बदल गया है। इनके (भाजपा) ऐसे लोग बैठे हैं, जो समय-समय पर हम लोगों को अपमानित करते हैं। जो लोग हमें झूठे आंकड़े दिखाकर कहते हैं कि दुनिया में तीसरी अर्थव्यवस्था बन गई। सोचो उनके लोग PDA परिवार के साथ कैसा व्यवहार कर रहे हैं।

अखिलेश यादव ने गृह प्रवेश कार्यक्रम में आए लोगों को संबोधित करते हुए कहा- नेताजी हमेशा कहते रहे कि आजमगढ़ से हम लोगों का भावनात्मक रिश्ता है। ये एक बार नहीं, कई बार देखने को मिला। राजनीतिक में सपा को आगे बढ़ाने का काम किया। यहां से नेताजी और सपा को आपने ऐतिहासिक वोटों से जिताया।

यूपी में आज एक-एक कर टंकियां फट रहीं
अखिलेश ने भाजपा सरकार पर हमला बोला। कहा- इन्होंने गांवों में जो टंकियां बनवाई हैं, उनमें जैसे पानी भरता है वो फट जाती हैं। पिछले तीन महीने से देख रहा हूं, एक-एक करके टंकियां फट रही हैं। ये यूपी वाले दिल्ली से बहुत घबराते हैं। जब-जब चुनाव आता है तो ये समाजवाद के खिलाफ बोलने लगते हैं। उन्हें वोटों का डर सताने लगता है। सीधे आरक्षण पर बात नहीं करते। कहते हैं कि समाजवाद खत्म होना चाहिए।

आज इंजन और डिब्बे टकरा रहे हैं
अखिलेश ने कहा- जिस विचारधारा से उनकी (भाजपा) पार्टी बनी है, उसी विचारधारा से इनके लोग टकरा रहे हैं। इस बार इंजन और डिब्बे नहीं टकरा रहे। इस बार पटरी वाले लोग पटरी हिलाना चाहते हैं। इसीलिए अपना अध्यक्ष नहीं चुन पाए। ये लोग ध्यान हटाने के लिए जाति जनगणना की बात करते हैं।
 
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