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पूर्व भाजपा विधायक सुनीता सिंह के बेटे ने गेट पर बनाई दीवार, बच्चे अंदर से मम्मी-मम्मी चिल्लाते रहे; चौकी पर बैठी रही महिला

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. वाराणसी में पूर्व BJP विधायक सुनीता सिंह के बेटे ने मकान के गेट के सामने दीवार बना डाली। इतना नहीं, पूरे परिवार को घर के बाहर ताला लगाकर बंद कर दिया। पीड़िता का आरोप है कि पुलिस मौके पर आई, कहती है कि दोनों पक्ष थाने आना।
हम लोग अगले दिन बजरडीहा चौकी पहुंचे। यहां पर पुलिस ने चौकी इंचार्ज ने सारा कागज देखने के बाद पूर्व विधायक के बेटे से कहा कि आप के कागज सही हैं। आप के साथ जुल्म नहीं होगा। आप जाइए। जबकि हमें बैठाया रखा।

पूर्व विधायक के बेटे ने बाहर से गेट बंद कर दिया, हमारे बच्चे अंदर रोते रहे। पूरा मामला 14 सिंतबर का है, वीडियो आज सामने आया है।

वहीं, वीडियो सामने आने के बाद DCP काशी ऑफिस से बयान जारी किया गया है। जिसमें कहा, प्रकरण भूमि व रास्ते से संबंधित विवाद का है। शांति व्यवस्था के लिए दोनों पक्षों को पाबंद किया गया है। मामले के निपटारा के लिए कोर्ट से आदेश लाने को कहा गया है।

पीड़िता गीता देवी ने बताया, हमारा मकान बड़ी पाटिया बजरडीहा में है। 14 सिंतबर की सुबह जमानिया (गाजीपुर) विधानसभा सीट से पूर्व BJP विधायक सुनीता सिंह के बेटे प्रशांत सिंह दरवाजे पर सटाकर बाउंड्रीवाल उठाने लगाए।

जिसका हमने विरोध किया। फिर भी वो नहीं माने तो हमने 8 बजकर 30 मिनट पर डॉयल- 112 पर कॉल किया। पुलिस आई। दोनों पक्षों को चौकी बजरडीहा पर बुलाया गया।

सुबह 10 : 30 बजे हम और प्रशांत सिंह बजरडीहा चौकी पहुंचे। वहां चौकी इंचार्ज ने सारा कागज देखने के बाद कहा कि आप के कागज सही हैं। आप के साथ जुल्म नहीं होगा।

4 फीट की दीवार बना डाली
आप बैठिए इंस्पेक्टर साहब अभी आ रहे हैं। दूसरे पक्ष को जाने दिया। हम चौकी पर ही बैठे रहे उधर प्रशांत सिंह ने अपने आदमियों के साथ मिलकर मेरे गेट पर ताला लगाया और घर की महिलाओं और बच्चों को अंदर बंद करके बाहर 4 फीट की दीवार बना दी।

हमें जब इसकी सूचना मिली तो हमने चौकी इंचार्ज को जानकारी दी। लेकिन, उन्होंने कहा ऐसा नहीं कर सकता वो। इधर दीवार बन गई। ऐसे में हमें इंसाफ चाहिए।

2009 में हुई रजिस्ट्री
गीता देवी ने बताया, साल 2009 में मेरे पिता और दोनों चाचा ने अपनी-अपनी पत्नियों गीता देवी, टीपू देवी और कविता देवी के नाम से बजरडीहा बड़ी पटिया इलाके में तीन बिस्सा जमीन की रजिस्ट्री 2009 में कराई थी।

इसी दौरान 12 बिस्सा से अधिक की जमीन मेरे घर के पीछे हमारे ही गांव गाजीपुर के गहमर निवासी पूर्व BJP विधायक सुनीता सिंह के पति परीक्षित सिंह ने खरीदी थी। वाटिका डेवलपर्स के नाम से जिसमें कई हिस्सेदार थे। गीता ने बताया, परीक्षित सिंह की जमीन पर जाने का रास्ता नहीं था। उन्होंने हमसे बातचीत की क्योंकि हम उन्हीं के गांव के थे, तो उन्हें आने जाने का रास्ता दिया। उसके बाद आपसी सहयोग से सब चलता रहा। हाल ही में इस जमीन पर पूर्व भाजपा विधायक के बेटे प्रशांत सिंह ने सोसाइटी बनवानी शुरू की।

इसके लिए उन्होंने सड़क की तरफ से सोसाइटी तक आने के लिए रास्ते की कवायद शुरू की। 2012 में हमारे घर के पहले मौजूद 4 बिस्सा का प्लाट खरीद लिया। जिसके बाद इनकी सोसाइटी के रास्ते में हमारा मकान आने लगा तो इन्होंने हम पर बेचने का दबाव बनाना शुरू कर दिया।

सोसाइटी के रजिस्ट्रेशन के लिए VDA ने किया मना
गीता ने बताया, हाल ही में इन्होंने सोसाइटी के लिए VDA में अर्जी डाली थी। लेकिन, बीच रास्ते में हमारे मकान का गेट होने की वजह से सोसाइटी का रजिस्ट्रेशन देने से सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए VDA ने परमिशन देने से मना कर दिया।

जिस पर प्रशांत सिंह ने हम लोगों से कहा था कि कुछ दिन के लिए गेट के सामने दीवार उठवाने दीजिए। सोसाइटी का मामला हो जाएगा, तो दीवार तोड़ देंगे।हमने मना कर दिया। क्योंकि जब हमारी जमीन है तो हम क्यों दें।

14 सिंतबर के दिन सुबह से ही कई गुंडों को लेकर पहुंचे। दीवार उठवाने लगे। इसका विरोध किया। पुलिस बुलाई पर चौकी पर जाने के बाद यहां दबंगई से घर की औरतों बच्चों को ताले में बंद करके दीवार उठवा दी गई। पुलिस ने भी साथ नहीं दिया।

ACP गौरव कुमार ने बताया, बजरडीहा इलाके से एक सूचना डॉयल 112 पर मिली थी। इस पर दोनों पक्षों को बुलाकर पूछताछ और कागजात देखे गए थे। एक पक्ष का यह कहना है कि जमीन उनकी है। उन्होंने अपनी जमींन छोड़कर रास्ता बनाया है। उसमे दरवाजा लगाया है।

जबकि दूसरे पक्ष का आरोप है कि आपसी सहमति से उन्होंने अपनी जमीन दी थी। जिसे अब उक्त लोग छोड़ नहीं रहे हैं। आज उन्हें एसडीएम के पास सदर तहसील भेजा गया है कागज के साथ। उसके बाद लेखपाल नापी करेंगे। जो तथ्य सामने आएंगे उसके हिसाब से कब्जा दिलाया जाएगा।
 
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