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मऊ में ममता राय के नाम पर नौ साल से नौकरी करती मिली रम्भा पांडेय, फर्जी ट्रांसफर लेटर पर किया था ज्वाइन

गाजीपुर न्यूज़ टीम, मऊ. मऊ में रतनपुरा ब्लाक के मुबारकपुर स्थित उच्चतर प्राथमिक विद्यालय में नौ वर्षों से दूसरे के नाम पर नौकरी कर रही फर्जी शिक्षिका को बर्खास्त कर दिया गया। उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर वसूली की जायेगी। शुक्रवार को हुई इस कार्रवाई से जिले में हड़कम्म मच गया। शिकायत मिलने के बाद बीएसए को जांच सौंपी गई थी। जांच के दौरान शिक्षिका के फर्जी होने की परत खुलती चली गई।

जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने कलेक्ट्रेट सभागार में प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि बलिया जनपद के पाण्डेयपुर ताखा निवासी रम्भा पाण्डेय रतनपुरा के मुबारकपुर स्थित उच्चतर प्राथमिक विद्यालय में वर्ष 2011 से ममता राय के नाम से सहायक अध्यापिका के तौर पर नौकरी कर रही थी। शिकायत मिलने के बाद उसे बीएसए स्तर से नोटिस भेजकर अपने साक्ष्य प्रमाण के साथ उपस्थित होने का नोटिस भेजा गया था। लेकिन वह उपस्थित नहीं हुई। जिसके बाद जांच के दौरान उसके गांव के प्रधान ने उसे रम्भा पाण्डेय होने की पुष्टि की।

जिलाधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान तथ्य सामने आये कि उसके वर्ष 2000 महाराजगंज जिले से स्थानान्तरित होकर आने की सूचना दर्ज है। जबकि उसकी सर्विस बुक में 2011 में प्रथम प्रवृष्टि है। जांच में फर्जी पाये जाने के बाद उसे तत्काल बर्खास्त कर दिया गया। उसके खिलाफ एफआईआर व वसूली की कार्रवाई की जायेगी। जिलाधिकारी ने बताया कि फर्जी शिक्षकों के खिलाफ जांच चल रही है।

रतनपुरा ब्लाक के उच्च प्राथमिक विद्यालय में फर्जी नाम से नौकरी कर रही सहायक अध्यापिका रम्भा पाण्डेय की शिकायत के बाद जांच में चौकाने वाले तथ्य सामने आये। वह कूटरचित तथ्यों के आधार पर ममता राय के नाम से नौ वर्षों से नौकरी कर रही थी। लेकिन विभाग को इसकी भनक तक नहीं लगी। शिकायत मिलने के बाद विभाग ने जांच शुरू की और जो तथ्य सामने आये वो चौकाने वाले थे। 20 वर्ष पहले महाराजगंज से स्थानान्तरित होकर जिले में आना और उसके 11 वर्ष बाद सर्विस बुक में इंट्री होना विभाग के लापरवाह रवैये को दर्शाता है। पिछले नौ साल से वह बिना किसी डर भय के नौकरी करती रही। हालांकि जांच के दौरान उसे नोटिस भेजकर कार्यालय में उपस्थित होने को कहा गया था, लेकिन वह उपस्थित नहीं हुई।
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