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पूर्वांचल में कोहरे की मार, वाराणसी-गोरखपुर में देरी से पहुंचे विमान

गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. पूर्वांचल में कोहरे की मार विमान यात्रियों पर पड़ने लगी है। मंगवार को वाराणसी में आधा दर्जन विमानों के संचालन पर इसका असर पड़ा। गोरखपुर में भी दोपहर तक विमान नहीं पहुंचने से यात्री परेशान रहे। 

वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कोहरे के लिए लगाई गई इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम कैट वन प्रणाली इस्तेमाल किया जा रहा। इस प्रणाली में 900 मीटर दृश्यता होने पर ही विमान सुरक्षित उतारा जा सकता है। लेकिन दृश्यता कम होने से विमान देरी से पहुंचे। विस्तारा का मुंबई से आने वाला विमान 3 घंटे देरी से पहुंचा। गो एयरवेज का दिल्ली से आने वाला विमान 2 घंटे देर से पहुंचा। गो एयरवेज का मुंबई से आने वाला विमान भी 2 घंटे देरी से पहुंचा। इंडिगो एयरलाइंस का दिल्ली से आने वाला विमान 1 घंटा 40 मिनट देरी से पहुंचा।  दिल्ली से ही आने वाला एयर इंडिया का विमान 1 घंटे 30 मिनट की देरी से पहुंचा। बंगलूरु से आने वाला इंडिगो का विमान 2 घंटे 20 मिनट देरी से पहुंचा। वाराणसी से उड़ान भरने वाले विमान भी देरी से रवाना हुए। 


देर से रवान हुए विमान

गो एयरवेज-कोलकाता-2 घंटे 25 मिनट देरी से

विस्तारा एयरलाइंस-मुंबई-2 घंटा 40 मिनट देरी से

गो एयरवेज-अहमदाबाद-2 घंटा 10 मिनट देरी से

इंडिगो एयरलाइंस-दिल्ली-2 घंटा देरी से

गो एयरवेज-कोलकाता-2 घंटे 30 मिनट देरी से

एयर इंडिया-दिल्ली-एक घंटा देरी से


वहीं गोरखपुर में दिल्ली से आने वाली इंडिगो व स्पाइस जेट की फ्लाइट दोपहर तक नहीं पहुंची। दिल्ली जाने के लिए सुबह आठ बजे एयरपोर्ट पहुंचे यात्री परेशान रहे। मुंबई व हैदराबाद से आने वाली फ्लाइट भी लेट रही। एयरपोर्ट अथारिटी ने यात्रियों से अपील की है कि परेशानी से बचने के लिए फ्लाइट का शेड्यूल पूछकर एयरपोर्ट आएं। दिल्ली से सुबह 9.30 बजे गोरखपुर आने वाली इंडिगो की फ्लाइट दोपहर 12.30 बजे तक नहीं पहुंची। सुबह 11.30 बजे दिल्ली से आने वाली स्पाइस जेट की फ्लाइट, मुंबई, हैदराबाद, कोलकाता व प्रयागराज जाने वाली फ्लाइट भी लेट रही। 


एयरपोर्ट पर एक साथ 300 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था है। कोरोना संक्रमण के दौरान इसे एयरपोर्ट प्रशासन ने बैठने की सीट आधी कर दी है। इंडिगो व स्पाइस जेट की फ्लाइट से दिल्ली जाने के लिए यात्री मंगलवार की सुबह ही एयरपोर्ट पहुंच गए। जिसकी वजह से टर्मिनल भवन की पूरी सीट भर गई। सीट न होने की वजह से कुछ लोगो को बाहर खड़ा रहना पड़ा। दोपहर में मुंबई जाने वाले यात्री पहुंचे तो स्थिति बिगड़ गई। आधे से अधिक यात्री एयरपोर्ट परिसर व गेट के बाहर सामान लेकर खड़े रहे।


हवाई उड़ान के लिए विजिबिलिटी कम से कम 650 मीटर होना जरूरी है, लेकिन विजिबिलिटी कम हो जाने की वजह से फ्लाइटों की रफ्तार पूरी तरह से थम गई। वहीं कोलकाता से गोरखपुर आने वाली फ्लाइट गोरखपुर नहीं आ सकी।

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