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Gold Rate Today: सोना फिर 46 हजार रुपये के पार, चाँदी भी चमकी, यहां जानिए आज का नया रेट

गाजीपुर न्यूज़ टीम, नई दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी सर्राफा बाजार में बुधवार को सोना 438 रुपये की तेजी के साथ 46,214 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। बहुमूल्य धातुओं की वैश्विक कीमतों में मंगलवार रात आई तेजी का असर घरेलू बाजार पर भी पड़ा है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। पिछले कारोबारी सत्र में सोना 45,776 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। चांदी की कीमत भी 633 रुपये सुधरकर 62,140 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई। पिछले कारोबारी सत्र में यह 61,507 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना और चांदी दोनों की कीमत क्रमश: 1,802 डॉलर प्रति औंस और 23.79 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रही।

वायदा कीमतों में गिरावट

कमजोर हाजिर मांग के बीच सटोरियों ने अपने सौदों के आकार को घटाया जिससे स्थानीय वायदा बाजार में बुधवार को सोने का भाव 99 रुपये की गिरावट के साथ 47,161 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में दिसंबर महीने की डिलीवरी के लिए सोने की कीमत 99 रुपये यानी 0.21 प्रतिशत की हानि के साथ 47,161 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई। इसमें 8,210 लॉट के लिए कारोबार हुआ। बाजार विश्लेषकों ने सोना वायदा कीमतों में गिरावट आने का कारण कारोबारियों द्वारा अपने सौदों की कटान करने बताया। वैश्विक स्तर पर न्यूयार्क में सोने की कीमत 0.25 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,802.50 डॉलर प्रति औंस रह गई।

चांदी भी लुढ़की

कमजोर हाजिर मांग के कारण कारोबारियों ने अपने सौदों के आकार को घटाया जिससे वायदा कारोबार में बुधवार को चांदी की कीमत 167 रुपये की गिरावट के साथ 63,418 रुपये प्रति किलो रह गई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में चांदी के दिसंबर डिलीवरी वाले वायदा अनुबंध का भाव 167 रुपये यानी 0.26 प्रतिशत की गिरावट के साथ 63,418 रुपये प्रति किलो रह गया। इस वायदा अनुबंध में 10,879 लॉट के लिए सौदे किये गये। वैश्विक स्तर पर, न्यूयार्क में चांदी का भाव 0.33 प्रतिशत की गिरावट के साथ 23.81 डालर प्रति औंस रह गया।

43.75 अरब डॉलर का निर्यात लक्ष्य

रत्न एवं आभूषण क्षेत्र के लिए सुधारों से चालू वित्त वर्ष 2021-22 में क्षेत्र का 43.75 अरब डॉलर का निर्यात लक्ष्य हासिल हो सकेगा। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने बुधवार को यह बात कही। पटेल ने कहा कि क्षेत्र के लिए कई सुधार मसलन पुनगर्ठित स्वर्ण मौद्रिकरण योजना, सोने पर आयात शुल्क की कटौती तथा हॉलमार्किंग आदि लागू किए गए हैं, जिससे क्षेत्र का निर्यात बढ़ाने में मदद मिलेगी। देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में रत्न एवं आभूषण क्षेत्र का हिस्सा 7 प्रतिशत है। वहीं देश के वस्तुओं के निर्यात में क्षेत्र की हिस्सेदारी 10 से 12 प्रतिशत की है।

पहली तिमाही में निर्यात

पटेल ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में रत्न एवं आभूषणों का निर्यात 9.2 अरब डॉलर रहा है। उन्होंने कहा कि नीतिगत मोर्चे पर सरकार ने कई कदम उठाए हैं। स्वर्ण मौद्रिकरण योजना का पुनर्गठन किया गया है, सोने पर आयात शुल्क घटाया गया है तथा हॉलमार्किंग प्रणाली को लागू किया गया है। इससे उद्योग को अगले स्तर पर पहुंचने में मदद मिलेगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि इन उपायों से न केवल उद्योग को बदलाव लाने में मदद मिलेगी बल्कि इससे निर्यात भी बढ़ेगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इन उपायों से उद्योग चालू वित्त वर्ष में 43.75 अरब डॉलर का निर्यात लक्ष्य हासिल कर सकेगा। इसके अलावा वह आगामी वर्षों में रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्द्धन परिषद (जीजेईपीसी) के 75 अरब डॉलर के निर्यात लक्ष्य पर भी पहुंच पाएगा।

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