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आज शनिदेव का सबसे बड़ा परिवर्तन: जानें कैसा होगा आपकी राशि पर प्रभाव

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. वैदिक ज्योतिष के अनुसार ग्रहों की चाल का मनुष्य के जीवन पर बड़ा गहरा प्रभाव पड़ता है। खासतौर पर जब शनि देव से संबंधित कोई भी परिवर्तन होता है तो उसका पृथ्वी पर और यहां रहने वाले लोगों पर विशेष प्रभाव पड़ता है। शनिदेव नौ ग्रहों में सबसे गूढ़ और रहस्यमयी ग्रह माने गए हैं। इसके अलावा उनकी चाल भी सबसे धीमी है। मनुष्य के कर्मों का परिणाम देने वाले शनिदेव ही हैं। 


4 नवंबर को कुंभ राशि में शनि देव वक्र गति से मार्गी हो रहे हैं। शनिदेव संतुलन और न्याय के कारक हैं और शनिदेव की कृपा से मनुष्य अपने जीवन में धीरे-धीरे ऊंचाइयों को प्राप्त करता है। शनि के कुंभ राशि में मार्गी होने से सभी 12 राशियों पर इसका प्रभाव होगा। आइये जानते है कि आपकी राशि पर इसका क्या प्रभाव होगा ?
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए शनिदेव अब लाभ स्थान में मार्गी होंगे। इस भाव से व्यक्ति की आय वृद्धि का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान शनि की दृष्टि आपके प्रथम स्थान पंचम स्थान और अष्टम भाव पर होगी। शनि के मार्गी होने से मेष राशि के जातकों को उनके जीवन में लाभ प्राप्ति की संभावना दिखाई दे रही है। इस समय काफी समय से आपके जो काम अधूरे पड़े थे उनके पूरे होने की उम्मीद है। संतान पक्ष से कुछ शुभ समाचार प्राप्त होंगे। हालांकि शेयर मार्केट में काम करने वाले जातकों को किसी विशेषज्ञ की सलाह लेकर ही निवेश करना चाहिए। 
इस समय आपके भाई और आपके मित्र सहायक सिद्ध होंगे। अगर आप पूजा पाठ और कर्मकांड के काम से जुड़े हैं तो उसमें भी आपको सफलता मिलती हुई दिखाई दे रही है। शनिदेव का मार्गी होना मेष राशि के जातकों को कार्य संबंधी मामलों में भी अच्छी सफलता देने वाला रहेगा। अगर आप राजनीति से जुड़े हैं अथवा तो सरकारी नौकरी से जुड़े हैं तो आपकी जिम्मेदारी में वृद्धि की जा सकती है। किसी नए कांटेक्ट पर साइन करना अथवा तो किसी नए प्रोजेक्ट को लेना इन सब चीजों के लिए अनुकूल समय है। वैवाहिक जीवन में भी खुशनुमा माहौल बना रहेगा।
वृष राशि
वृष राशि के जातकों के लिए शनिदेव उनके दशम भाव में मार्गी होंगे। इस भाव में विराजमान शनि की दृष्टि आपके द्वादश भाव, चतुर्थ भाव और सप्तम भाव पर होगी। शनिदेव जब गोचर में मार्गी होंगे तो उसके प्रभाव से वृष राशि के जातकों को कार्यक्षेत्र में की गई उनकी मेहनत का परिणाम प्राप्त होगा।  कामकाज के सिलसिले के लिहाज से देखें तो जो चीज आपने सोची थी अब उन चीजों के फलीभूत होने का समय नजदीक आ चुका है। अगर आप साझेदारी में कोई काम शुरू करना चाहते हैं तो भी आपके लिए समय अनुकूल है। 
व्यापारी वर्ग के लिए एक से अधिक आय के स्रोत खुल सकते हैं। काम के सिलसिले में विदेशी यात्राएं होंगी। अच्छा मुनाफा प्राप्त होगा और आपकी आर्थिक स्थिति भी अच्छी रहेगी। यह प्रबल संभावना है कि आने वाले समय में आपको कोई बड़ी नौकरी मिल जाए या आप जहां काम कर रहे हैं वहीं आपको पदोन्नति हो जाए। राजनीति से जुड़े जातकों के लिए शनि का मार्गी होना अद्भुत परिणाम देने वाला रहेगा।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए शनिदेव अब नवम भाव में मार्गी होंगे। इस भाव से मनुष्य के भाग्य, तीर्थ यात्राएं और गुरुओं का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान शनि की दृष्टि आपके लाभ स्थान, तृतीय स्थान और छठे स्थान पर होगी। शनि के मार्गी होने से मिथुन राशि के जातकों को उनके भाग्य का पूरा साथ मिलता हुआ दिखाई दे रहा है। व्यापार में भी इस समय अच्छे लाभ की संभावनाएं दिखाई दे रही हैं। शनिदेव के मार्गी होने से आपके साहस और पराक्रम में न सिर्फ वृद्धि होगी बल्कि आपको यात्राओं से लाभ भी होगा। 
आपके कुछ मित्रों के माध्यम से कुछ नए कॉन्ट्रैक्ट की प्राप्ति संभव है। एक से अधिक आय के स्रोत बन सकते हैं। विदेशी माध्यमों से धन लाभ की संभावनाएं दिखाई दे रही हैं। काफी समय से अगर आप नौकरी बदलने की सोच रहे हैं तो शनि देव के मार्गी होने से एक अच्छी नौकरी आपको प्राप्त हो सकती है। कार्यक्षेत्र में भी हर लक्ष्य की प्राप्ति होगी और आपके सहकर्मी आपकी प्रशंसा करेंगे।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए शनि देव अब अष्टम भाव में मार्गी होंगे। इस भाव से जीवन में होने वाली आकस्मिक घटना और हानि का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान शनि की दृष्टि आपके दशम भाव द्वितीय भाव और पंचम भाव पर होगी शनि के परिवर्तन से कर्क राशि के जातकों को आर्थिक मोर्चे पर दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। पैतृक व्यवसाय की जिम्मेदारी संभाल रहे जातकों को झटका लग सकता है। इस समय जो काम आप कर रहे हैं उसमें अत्यधिक निवेश की आवश्यकता है और आपको आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए बैंक से कर्ज भी लेना पड़ सकता है। 
कार्यक्षेत्र में प्रतिस्पर्धा रहेगी और आप और आपके शत्रु आपको परेशान करने की पूरी कोशिश करेंगे। इसके अलावा अपने सीनियर्स को खुश करने के लिए आपको अतिरिक्त मेहनत करने की आवश्यकता होगी। आपको अपनी सेहत को लेकर भी सावधान रहना होगा। सेहत के लिहाज से समय थोड़ा उतार चढ़ाव वाला प्रतीत हो रहा है। शनि के मार्गी होने से आपकी वाणी में थोड़ी कटुता भी आ सकती है इसलिए अपनी वाणी को मधुर बनाए रखें और पत्नी के साथ या प्रेमी के साथ अत्यधिक बहस न करें।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के लिए शनि देव सप्तम भाव में मार्गी होंगे। इस भाव से मनुष्य की व्यापारिक साझेदारी और पत्नी का विचार किया जाता है। सप्तम भाव को मारक स्थान भी कहा गया है। इस भाव में विराजमान शनि की दृष्टि आपके नवम भाव आपके प्रथम भाव और आपके चतुर्थ भाव पर होगी। लग्नेश का शत्रु होने के कारण शनि का मार्गी होना सिंह राशि के जातकों को थोड़ी दिक्कत दे सकता है। वैवाहिक जीवन में तनाव, पत्नी से अनबन, आर्थिक मामलों में परेशानी जैसी समस्याएं आपके सामने आकर खड़ी हो सकती हैं। भाग्य की कमी महसूस होगी। पिता के साथ मतभेद में वृद्धि हो सकती है। 
इस समय आपके सोच हुए कार्य समय पर पूरे नहीं होंगे। प्रथम भाव पर शनि की दृष्टि के कारण आपके परिवार में अथवा समाज में मान सम्मान की हानि का भी सामना करना पड़ सकता है।  चतुर्थ भाव पर शनि की दृष्टि मानसिक कष्ट में वृद्धि कर सकती है। मां की सेहत को लेकर इस समय आप परेशान रहेंगे। आपको सलाह दी जाती है कि इस समय साझेदारी में कोई भी काम शुरू न करें। किसी भी व्यक्ति से ना तो उधार ले और ना ही उसे उधार दें। छात्र वर्ग को अध्ययन संबंधी मामलों में दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए शनि देव छठे भाव में मार्गी होंगे। वैदिक ज्योतिष में इस भाव से नौकरी और शत्रु का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान शनि की दृष्टि आपकी अष्टम भाव द्वादश भाव और तीसरे भाव पर होगी। कन्या राशि के जातकों के लिए शनिदेव का मार्गी होना उनकी इच्छाओं को पूरी करने वाला रहेगा। आपकी नौकरी में आपको मान सम्मान प्राप्त होगा और आपके कार्य को सराहा भी जाएगा। कार्य के सिलसिले में आपकी विदेश यात्राएं होंगी और आपको कई प्रतिष्ठित लोगों से मुलाकात करने का सौभाग्य भी प्राप्त हो सकता है।
शनिदेव जब मार्गी होंगे तो ज्योतिष तंत्र मंत्र और गूढ़ विधाओं से जुड़े जातक सफलता प्राप्त करेंगे। शनि के मार्गी होने से कन्या राशि के जातकों को अचानक से कोई बड़े धन की प्राप्ति भी हो सकती है। इस समय शनि देव की कृपा से आपके शत्रुओं का संपूर्ण नाश करने में आप पूरी तरह से समर्थ होंगे, इसके अलावा कार्यक्षेत्र में आप बुलंदियों को प्राप्त करने वाले रहेंगे। शनिदेव के मार्गी होने से आपके साहस और पराक्रम में अच्छी वृद्धि होगी। आपकी कंपनी को नए निवेश की प्राप्ति भी संभव है। कुल मिलाकर शनिदेव का मार्गी होना आपके लिए भाग्य की वृद्धि करने वाला रहेगा।
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के लिए शनि देव पंचम भाव में मार्गी होंगे। इस भाव से जातक की बुद्धि, संतान और विद्या का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान शनिदेव की दृष्टि आपके सप्तम भाव, लाभ भाव और द्वितीय भाव पर रहेगी। शनि देव के मार्गी होने से आपके काफी समय से अटके कम पूरे हो जाएंगे और आपके भाग्य का पूरा सहयोग प्राप्त होगा। जिनका विवाह नहीं हो रहा है उनके विवाह की संभावना शनि के मार्गी होने के बाद दिखाई पड़ रही है। छात्र वर्ग के लिए शनि का यह गोचर लाभदाई साबित होगा। 
कार्यक्षेत्र के लिहाज से नौकरी में नए अवसर प्राप्त होंगे। व्यापारी वर्ग के लिए लाभ की स्थिति बनेगी। विदेश में भी आपका कारोबार की वृद्धि होगी और आपकी मेहनत का परिणाम आपको प्राप्त होगा। पैतृक संपत्ति में वृद्धि होगी और कोर्ट कचहरी के मामलों में भी आपके पक्ष में निर्णय आने की उम्मीद है। पत्नी के साथ रिश्ते बेहतर होंगे और प्रेम संबंधों में भी मधुरता आएगी।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शनि देव चौथे भाव में मार्गी होंगे। इस भाव से व्यक्ति की मानसिक शक्ति, पारिवारिक स्थिति, सुख संपत्ति और मां की सेहत का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान शनि की दृष्टि आपके छठे भाव, दशम भाव और प्रथम भाव पर रहेगी। शनि के इस गोचर के कारण वृश्चिक राशि के जातकों के परिवार में कुछ दिक्कतें आ सकती हैं। इस दौरान छोटी-छोटी बातों को लेकर बहस का स्तर अत्यधिक बढ़ जाएगा जिसके कारण मानसिक कष्ट की अनुभूति हो सकती है। ऐसा भी हो सकता है की काम के सिलसिले में आपका ट्रांसफर कहीं दूर कर दिया जाए और आपके घर बदलना पड़ जाए। 
इस समय आपके शत्रु आपके लिए खतरा भी बन सकते हैं इसलिए आपको अपनी नौकरी में बहुत सावधानी से चलने की आवश्यकता रहेगी। अगर आप कोई नया काम शुरू करना चाहते हैं तो सोच समझ कर ही कोई बड़ा निर्णय लें। शनि के मार्गी होने से आपके जीवन में आलस्य की वृद्धि देखने को मिल सकती है। आपको सलाह दी जाती है कि किसी भी प्रकार के बाद विवाद में ना पड़े और कोर्ट कचहरी के मामलों से दूर ही रहें।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए शनिदेव तीसरे स्थान में मार्गी होंगे। वैदिक ज्योतिष में इस भाव से मनुष्य के साहस और पराक्रम का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान शनिदेव की दृष्टि आपके पंचम स्थान नवम भाव और द्वादश भाव पर होगी। शनिदेव के मार्गी होने से मीडिया लेखन और जनसंचार से जुड़े जातकों को अच्छी प्रसिद्धि प्राप्त होगी। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि शनिदेव के मार्गी होने से कई वरिष्ठ लोगों के द्वारा आपकी प्रशंसा की जाएगी और आप अपने बुद्धि कौशल से कई बड़े लक्ष्यों को प्राप्त करेंगे। 
प्रेम संबंधों में मजबूती आएगी और आप अपने प्रेमी के साथ एक अच्छी रिलेशनशिप को आगे बढ़ाने में समर्थ होंगे। ऐसा भी हो सकता है की शनि मार्गी होने के बाद आप अपने प्रेमी को अपने परिवार वालों से से परिचित भी करवा सकते हैं। शनिदेव के मार्गी होने से आपसी रिश्तों की समझ और गर्माहट और बढ़ने वाली है। आप अपने परिवार के साथ कहीं बाहर पिकनिक मनाने के लिए भी जा सकते हैं। आयात निर्यात से जुड़े व्यापारियों को अच्छे धन की प्राप्ति होगी। शनिदेव के मार्गी होने से आपकी धार्मिक यात्राएं भी होगी इसके अलावा आपके पिता और आपके गुरुओं का सहयोग भी आपको प्राप्त होगा।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के लिए शनिदेव दूसरे भाव में मार्गी होंगे। इस भाव से मनुष्य के संचित धन, उसकी वाणी और उसकी पारिवारिक संपत्ति का ज्ञान किया जाता है। इस भाव में विराजमान शनि की दृष्टि आपके चतुर्थ भाव, आपके अष्टम भाव और आपके लाभ स्थान पर रहेगी। शनि के मार्गी होने से मकर राशि के जातकों के लिए धन कमाने के नए अवसर जीवन में प्राप्त होंगे। व्यापारी वर्ग के लिए शनि का मार्गी होना बेहद अनुकूल परिणाम लेकर के आएगा। आपकी कंपनी में जिस निवेश की आपको आवश्यकता थी उस निवेश की प्राप्ति संभव है। 
नई संपत्ति खरीदने के बारे में आप विचार कर सकते हैं। आप पिछले काफी समय से अपने करियर में कुछ चीजों में बदलाव की कोशिश कर रहे हैं जो की आने वाले समय में पूरी होती हुई नजर आ रही है। आपके अंदर एक अलग ही प्रकार का आत्मविश्वास दिखाई देगा और शनि के मार्गी होने से कुछ धार्मिक यात्राओं पर जाने का योग भी दिखाई पड़ रहा है। इस समय आपके पिता और आपके गुरुओं का आशीर्वाद भी आपको प्राप्त होगा। भाई बहनों के साथ अगर कोई मनमुटाव था तो वह भी आने वाले समय में खत्म हो जाएगा। कार्य क्षेत्र में आपके कार्य की प्रशंसा की जाएगी और आपको पदोन्नति भी दी जा सकती है।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के लिए शनि देव उनके प्रथम स्थान में ही मार्गी होंगे। इस भाव से मनुष्य के व्यक्तित्व और उसके सम्मान का ज्ञान किया जाता है। इस भाव में विराजमान शनि की दृष्टि आपके तृतीय भाव, सप्तम भाव और दशम भाव पर होगी। शनि देव के मार्गी होने से कुंभ राशि के जातकों के साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी। खासतौर से जनसंचार और सरकारी काम से जुड़े लोगों की प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। शनिदेव के मार्गी होने से आपको अपनी सेहत को लेकर थोड़ा सावधान रहना होगा। खासतौर से पेट से जुड़ी बीमारियों को लेकर आपको कष्ट हो सकता है। 
शनि के मार्गी होने से कुंभ राशि के जातकों को अपने कार्यस्थल पर अत्यधिक मेहनत करनी पड़ती पड़ सकती है। इस दौरान कुछ लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए विदेश यात्राएं भी संभव है। आर्थिक स्थिति के लिहाज से शनि देव का मार्गी होना आपके लिए अच्छा रहेगा। वैवाहिक जीवन में थोड़े तनाव की आशंका दिखाई दे रही है लेकिन आने वाले समय में सारे समाधान अपने आप मिल जाएंगे। साझेदारी में कोई नया काम शुरू करना चाहते हैं तो समय अनुकूल है। आप अच्छी बचत करने में सक्षम रहेंगे। शनि के मार्गी होने से आपके भाइयों और आपके मित्रों के माध्यम से आपको अच्छा मुनाफा प्राप्त होने की उम्मीद है।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के लिए शनि देव द्वादश भाव में मार्गी होंगे। इस भाव से मनुष्य के एकांत, विदेशी यात्रा, आध्यात्मिकता और हानि का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान शनि की दृष्टि आपके द्वितीय भाव, छठे भाव और नवम भाव पर होगी। शनिदेव के मार्ग होने से मीन राशि के जातक अत्यधिक खर्च और व्यर्थ की यात्राओं से परेशान रहने वाले हैं। करियर के लिहाज से भी मीन राशि के लिए समय अनुकूल नहीं कहा जा सकता है। आप काफी समय से नौकरी बदलने की सोच रहे हैं लेकिन आपको अच्छी नौकरी मिलने में अभी और समय लगेगा।

वैवाहिक जीवन के दृष्टिकोण से शनि का मार्गी होना आपके रिश्तों में गलतफहमी और तनाव को पैदा करने वाला रहेगा। इस समय आपके कार्य सही समय पर संपादित नहीं होंगे जिसके कारण आपके जीवन में थोड़ी निराशा भी प्रवेश कर सकती है। शनि के मार्ग होने से आपको स्वास्थ्य के लिहाज से भी सावधान रहना होगा और पेट से जुड़ी बीमारियां आपको परेशान कर सकती हैं। आपको सलाह दी जाती है कि समय-समय पर डॉक्टर से परामर्श लेते रहें। शनि के मार्गी होने से भाग्य का साथ थोड़ा कम ही प्राप्त होगा।

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