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आम लोगों के लिए 29 से खुल जाएगा मां विंध्यवासिनी का कपाट

गाजीपुर न्यूज़ टीम, मिर्जापुर। कोरोना और लॉकडाउन के कारण आम लोगों के लिए 90 दिनों से बंद मां विंध्वासिनी का कपाट सोमवार 29 जून से खुल जाएगा। श्री विंध्य पंडा समाज की व्यवस्थापिका समिति के पदाधिकारी, नगर विधायक रत्नाकर मिश्रा एवं पण्डा समाज के अध्यक्ष की डीएम के साथ हुई बैठक में मंदिर आम लोगों के लिए खोलने का फैसला हुआ। मां का चरण स्पर्श पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। इस दौरान व्यस्थापिका समिति ने मंदिर पर दर्शन पूजन के लिए तैयार की गयी कार्ययोजना को भी डीएम को सौंपा। उसी के अनुसार श्रद्धालुओं को मां का दर्शन पूजन कराया जाएगा। 

मां विंध्यवासिनी मंदिर परिसर में विधायक और पण्डा समाज के पदाधिकारियों ने डीएम के साथ हुई बातचीत के बारे में बताया कि 29 जून से मंदिर खोलने का फैसला हो गया है। विंध्य पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी ने बताया कि 27 जून को मां विंध्यवासिनी मंदिर प्रांगण में अखंड कीर्तन का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद 28 जून को समस्त विंध्य क्षेत्रवासियों के लिए मां विंध्यवासिनी का कपाट खोला जाएगा। उसके अलगे दिन 29 जून को सुबह मंगला आरती के बाद आम भक्तों के लिए मां का कपाट खोल दिया जाएगा। 

शासन की गाइड लाइन का होगा पालन
पण्डा समाज का कहना है कि कोरोना संक्रमण के बचाव के लिए शासन से जारी गाइडलाइन का पूरा पालन किया जाएगा। मंदिर प्रांगण में सोशल डिस्टेंसिंग पर ध्यान दिया जाएगा। वहीं गर्भगृह में पांच श्रद्धालु से ज्यादा लोग प्रवेश नहीं कर पाएंगे। इसके साथ ही मां विंध्यवासिनी का चरण स्पर्श पूर्ण रूप से आम एवं वीआईपी श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेगा। मंदिर पर प्रवेश के तीन रास्ते होंगे सदर बाजार से होते हुए भक्त झांकी दर्शन करेंगे। वही नई वीआईपी एवं जयपुरिया गली से गर्भगृह पहुंचेंगे।

गर्भ गृह में केवल दो पुरोहित
गर्भ गृह में सिर्फ दो पुरोहित गेट नंबर एक एवं दो के पास बैठेंगे। वहीं जिन पुरोहितों के श्रद्धालु दर्शन के लिए आएंगे वह प्रवेश द्वार से सिर्फ एक पुरोहित गर्भ गृह में जाएंगा। विंध्य पंडा समाज के मंत्री भानु पाठक ने बताया कि विंध्य पंडा समाज एवं नगर विधायक का प्रतिनिधि मंडल डीएम से मुलाकात कर इसकी जानकारी दे दी है। इस दौरान उपाध्यक्ष प्रह्लाद मिश्रा, व्यवस्था प्रमुख गुंजन मिश्रा, शनि दत्त पाठक, केदार भंडारी, तेज बहादुर गिरी, गौतम द्विवेदी एवं अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।

इन नियमों का होगा पालन
1-मंदिर में सामाजिक दूरी का कड़ाई से पालन किया जाएगा
2-बिना मास्क लगाए कोई भक्त दर्शन नहीं कर पाएगा
3-गर्भ गृह में सिर्फ दो पुरोहित ही रहेंगे
4-सभी दुकानदारों को सेनिटाइजर एवं हाथ धोने के लिए साबुन की व्यवस्था करना अनिवार्य होगा
5-पुरोहित अपने वीआईपी यात्रियों को निशुल्क टोकन सिस्टम से दर्शन कराएंगे
6-पुरोहित पूर्ण वेश में एवं कार्ड के साथ ही मंदिर पर जाएंगे
7- 65 वर्ष से ऊपर एवं 10 वर्ष से छोटे बच्चे मंदिर पर प्रवेश नहीं कर पाएंगे
8-मां विंध्यवासिनी मंदिर पर मुंडन संस्कार पूर्ण रूप से प्रतिबंधित
9-जनेऊ कराने वाले भक्त मां विंध्यवासिनी मंदिर के छत पर करा पाएंगे कार्यक्रम

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